शब्द समर

विशेषाधिकार

भारतीय दंड संहिता के कॉपी राईट एक्ट (1957) के अंतर्गत सर्वाधिकार रचनाकार के पास सुरक्षित है|
चोरी पाए जाने पर दंडात्मक कारवाई की जाएगी|
अतः पाठक जन अनुरोध है कि बिना रचनाकार के अनुमति के रचना का उपयोग न करें, या करें, तो उसमें रचनाकार का नाम अवश्य दें|

7.11.12

पानी


तुम्हारे सुखमय शीतलता
में जम जाऊं भले ही
बर्फ सा
किन्तु
दुखों के ताप से पिघल जाऊंगा हमेशा.
और
दोनों ही सूरत में
नहीं मरने दूंगा तुम्हें प्यासा.
मैं पानी हूँ .

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें