भरे ज्योति से नयन, और
ह्रदय मगन,
बढे आपके चरण, अब जीवन संधान में.
बने में आप कीर्तिमान, जग गाये यशगान,
आपके कार्य हों महान, और नाम हो जहान में.
कि नहीं झुके ये क़लम, जब तक लहू में दम,
भरें शब्दों में वो दम, जान फूंके जो पाषाण में.
त्याग अहंकार, सुन युग की पुकार,
'विद्यार्थी' जुट जाएँ सब राष्ट्र निर्माण में
बढे आपके चरण, अब जीवन संधान में.
बने में आप कीर्तिमान, जग गाये यशगान,
आपके कार्य हों महान, और नाम हो जहान में.
कि नहीं झुके ये क़लम, जब तक लहू में दम,
भरें शब्दों में वो दम, जान फूंके जो पाषाण में.
त्याग अहंकार, सुन युग की पुकार,
'विद्यार्थी' जुट जाएँ सब राष्ट्र निर्माण में
सुंदर ।
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