शब्द समर

विशेषाधिकार

भारतीय दंड संहिता के कॉपी राईट एक्ट (1957) के अंतर्गत सर्वाधिकार रचनाकार के पास सुरक्षित है|
चोरी पाए जाने पर दंडात्मक कारवाई की जाएगी|
अतः पाठक जन अनुरोध है कि बिना रचनाकार के अनुमति के रचना का उपयोग न करें, या करें, तो उसमें रचनाकार का नाम अवश्य दें|

18.8.13

कलमकार

भरे ज्योति से नयन, और ह्रदय मगन,
बढे आपके चरण, अब जीवन संधान में.
बने में आप कीर्तिमान, जग गाये यशगान,
आपके कार्य हों महान, और नाम हो जहान में.
कि नहीं झुके ये क़लम, जब तक लहू में दम,
भरें शब्दों में वो दम, जान फूंके जो पाषाण में.
त्याग अहंकार, सुन युग की पुकार,
'
विद्यार्थी' जुट जाएँ सब राष्ट्र निर्माण में

1 टिप्पणी: