मैं नहीं चाहती कि वह हो दुखी
मेरी वजह से
इसीलिए जब भी मिलता है मुस्कुरा देती हूँ
उसे दिखाने के लिए बेवजह
लेकिन वह है कि
ज़माने लगता है अपना पूरा अधिकार मुझ पर
मेरी अनिच्छा हो तब भी.
वह चाहता है
मैं भी वह सब करूँ जो एक लड़की
प्यार की राह में
चलने वाले हमराही के साथ करती है व्यवहार.
मेरे कई इनकार के बावजूद भी
दीवाना यह नहीं समझ पाया
आज तक
कि मैं उससे प्यार नहीं करती
हाँ पसंद ज़रूर करती हूँ
तभी तो उसका
दिल बहलाने के लिए मुस्कुरा देती हूँ जबरदस्ती.
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