शब्द समर

विशेषाधिकार

भारतीय दंड संहिता के कॉपी राईट एक्ट (1957) के अंतर्गत सर्वाधिकार रचनाकार के पास सुरक्षित है|
चोरी पाए जाने पर दंडात्मक कारवाई की जाएगी|
अतः पाठक जन अनुरोध है कि बिना रचनाकार के अनुमति के रचना का उपयोग न करें, या करें, तो उसमें रचनाकार का नाम अवश्य दें|

10.3.17

वियोग-व्यथा

प्रति दिवस,
झुरमुटों के पास,
प्रेयसी की प्रतीक्षा।

न मिल पाने पर,
भीगे शब्द बन
एक नम पृष्ठ पर
उसका ढुलक जाना।

वियोग-व्यथा की
यह पुरानी रीत,
आज भी
कितने चन्द्र-चकोरों
को तड़पा रही है।

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