मैं कविता लिख रहा हूँ,
कलम मुस्कुरा रही है
मैं ज़िन्दगी जी रहा हूँ,
साँसे बौखला रही हैं,
मैं आँसू पी रहा हूँ,
आँखें बरसा रही हैं,
मैं भूख चबा रहा हूँ,
रोटी झुलसा रही है
मैं मौत बुला रहा हूँ,
रूह तड़पा रही है|
कलम मुस्कुरा रही है
मैं ज़िन्दगी जी रहा हूँ,
साँसे बौखला रही हैं,
मैं आँसू पी रहा हूँ,
आँखें बरसा रही हैं,
मैं भूख चबा रहा हूँ,
रोटी झुलसा रही है
मैं मौत बुला रहा हूँ,
रूह तड़पा रही है|
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