कभी-कभी लगता है,
करूँ सम्वाद उन लोगों से,
जो थे मेरे निकटवर्ती कभी|
किन्तु उनकी व्यस्तताएँ,
दैनिक प्राथमिकताएँ
और मुझसे बात करने की उनकी अनिच्छा
रोक देती है मुझे|
वैवाहिक कार्यक्रमों में
पचास जन मात्र ही होंगे सम्मिलित”
वाले नियम में,
सम्भवतः उनकी सूची में मैं,
बहुत पीछे आता हूँ कहीं|
लोग रहते हैं आलिंगित
वर्तमान के प्रेम,
और भविष्य के दिवा-स्वप्न से,
किन्तु भयभीत रहते हैं भूत से|
मैं उनके भूत में
बीता और रीता हुआ हूँ,
और रीते हुए समय के लिए,
कोई अपना समय नष्ट नहीं करता|